इन आसान घरेलु उपायों को अपनाकर गर्भवती होने से बचें
क्या आप गर्भवती होने से बचने का प्रयास कर रही हैं और परीक्षित और सिद्ध किये हुए उपचारों को अपनाना भी नहीं चाहती ? क्या यह संभव हो सकता है ? जी हाँ, आप इन सरल तरीकों को अपनाकर गर्भवती होने से बच सकती हैं । इसलिए इनका पालन करें और गर्भवती होने से बचें ।
आईये पहले हम लोकप्रिय और जाने मानें तरीकों पर ध्यान देते हैं :
१. पुरुष कंडोम :
यह वास्तव में गर्भवती होने से बचने का सबसे आसान और सुरक्षित तरीका होता है । यह सबसे पसंदीदा और सरल उपाय है । कंडोम को पुरुष लिंग पर पहना जाता है और ऐसा करने से वीर्य का संपर्क महिला के फर्टाइल अंडे से नहीं हो पता है और इस प्रकार गर्भवती होने से आसानी से बचा जा सकता है । कंडोम का प्रयोग करने से दोनों भागीदारों को यौन संचारित रोगों से आसानी से बचाया जा सकता है । लैटेक्स से बने होने कि वजह से यह संभव है कि कंडोम सम्भोग के दौरान फट भी सकता है और महिला के अंदर वीर्य का प्रवेश भी हो सकता है । इसलिए कंडोम के उपयोग के निर्देशों का अच्छी तरह से पालन करें ।
२. महिला कंडोम :
यह कंडोम लैटेक्स का बना होता है और यह एक अंगूठी और थैली की तरह होता है । इसे महिला के योनि में इस तरह डाला जाता है कि थैली अंदर अच्छी तरह से लग जाये और इसका अंगूठी रूपी भाग योनि के बाहर ही रहे । यह कंडोम सम्भोग के दौरान तेजी से निकले हुए वीर्य को जमा कर लेता है और गर्भवती होने से रोकने के साथ-साथ दोनों भागीदारों को यौन संचारित बिमारियों से भी बचाता है । महिला कंडोम का प्रभाव पुरुष कंडोम जैसा नहीं होता है और बहुत सारे जोड़े इसके प्रयोग में असहजता महसूस करते हैं ।
३. डॉयफ्राग्मस :
डॉयफ्राग्मस, शुक्राणु को महिला के गर्भाशय के अंडे से मिलने से रोकता है और गर्भवती होने से बचाता है । इसके उपयोग को काफी ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए इसका इस्तेमाल हमेशा स्पर्मिसाइड क्रीम, जेल या जेली के साथ करना चाहिए । डॉयफ्राग्मस दो तरीकों से काम करता है : १. यह गर्भाशय के मुख को बंद कर देता है और २. स्पर्मिसाइ, वीर्य के गति को रोक कर इसे स्थिर कर देता है ।
हर महिला के योनि का आकार और रूप एक दूसरे से अलग होता है इसलिए उचित आकार के डॉयफ्राग्मस का चयन करना चाहिए ताकि यह योनि में अच्छी तरह से फिट हो जाये और गर्भवती होने से बचा सके । अगर यह अच्छी तरह से योनि में फिट नहीं होता है तो इसके प्रयोग करने का उद्धेश्य बेकार जा सकता है । यह एक आदर्श जन्म नियंत्रण उपकरण है किन्तु यह यौन संचारित रोगों से सुरक्षा देने में असमर्थ होता है ।
४. गर्भनिरोधक गोलियां :
गर्भनिरोधक गोलियों में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन नाम के हॉर्मोन्स होते हैं जो फर्टाइल अंडे को गर्भाशय से निकलने से रोकते हैं । शुक्राणु और अंडे एक दूसरे के संपर्क में नहीं आ पाते हैं और इसलिए गर्भधारण को रोका जा सकता है । इसके प्रभावी फायदों के लिए इसका सेवन नियमित रूप से ठीक समय पर करना चाहिए । अगर आप इसका सेवन करना भूल जाती हैं तो गर्भवती होने से नहीं बच सकती हैं । विशेषज्ञों का यह मानना है कि यह तभी प्रभावशाली होता है जब इसका नियमित रूप से रोजाना और एक ही समय पर सेवन किया जाता है। इसको लेने से पहले किसी चिकित्सक की सलाह जरूर लें ।
५. काफी ज्यादा पानी पीना:
हालाँकि यह साबित नहीं है, किन्तु यह कहा जाता है कि रोजाना ५-६ लीटर पानी पीने से गर्भावस्था को रोका जा सकता है । यह शायद इसलिए कहा गया है क्योंकि ज्यादा पानी पीने से आपको शौचालय जाने की ज्यादा जरुरत महसूस होती है और इस तरह अंडे को शुक्राणु के संपर्क में आने से बचाया जा सकता है । यह सुनने में काफी अजीब लगता है लेकिन कोशिश करने में कोई भी नुकसान नहीं होता ।
६. गर्भावस्था से बचने के लिए दालचीनी का प्रयोग :
कई लोगों का यह मानना है कि नियमित रूप से दालचीनी का सेवन करने से गर्भावस्था से बचा जा सकता है । इसका सेवन गर्भाशय में गतिविधियों को उत्तेजित करता है और वीर्य को अंडे के संपर्क में आने से रोकता है किन्तु गर्भवती होने से बचने का यह सिद्ध उपाय नहीं है।
७. उचित समय पर बाहर खीचने की विधि :
जैसा नाम से पता चलता है, इस विधि के अन्तर्गत पुरुष अपने वीर्य को महिला के योनि में जाने से रोकते हैं और सम्भोग के दौरान वीर्य के बाहर आने से पहले ही अपने लिंग को योनि से बाहर निकल लेते हैं । यह विधि सम्भोग में दखल देता हैं किन्तु शुक्राणु को योनि में प्रवेश करने से बचाता है । इसमें पुरुष को काफी सतर्क रहने की आवश्यकता होती है और उसे हमेशा उचित समय पर सटीक होना चाहिए । वह इस बात का पूरी तरह से यकीन करने में सक्षम होना चाहिए कि यह प्रक्रिया १००% वीर्य मुक्त रहे । यह विधि गर्भावस्था को रोकने में सटीक और सुरक्षित नहीं होता है।
८. प्रोडक्टिव और नॉन-प्रोडक्टिव दिनों का ज्ञात होना :
कैलेंडर पद्धति का उपयोग करके, एक औरत यह जान सकती है कि वो कौन से दिन हैं जिनमे गर्भवती होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं और किन दिनों में इसकी संभावनाएं लगभग शुन्य होती है। पर इस पद्धति में भी कुछ भी सटीक नही होता है । यह देखा गया है कि कई महिलाएं अपने कम फर्टाइल दिनों में भी गर्भवती हो जाती हैं जिसे वो सम्भोग के लिए सुरक्षित समझती हैं ।
९. अपने मासिक धर्म चक्र पर निगाह रखें :
आप आपने मासिक धर्म पर निरंतर रूप से निगाह रख कर यह जान सकती हैं कि यह कब शुरू होगा और इसकी अवधि कब तक होगी । ऐसे कई सारे विधि हैं जिसकी मदद से आप इसका ट्रैक रख सकती हैं । विशेषज्ञ ऐसा मानते हैं कि आपके मासिक धर्म के शुरू होने से तुरंत पहले की अवधि और इसके समाप्त होने के तुरंत बाद के दिन सबसे कम फर्टाइल वाले दिन होते हैं क्योंकि इस दौरान या तो अंडे गर्भाशय से निकल चुके होते हैं या फिर निकलने वाले होते हैं और इस वजह से शुक्राणु के संपर्क में नही आ पाते हैं । इस बात का ध्यान रखें कि ये कम फर्टाइल वाले दिन होते हैं और इन दिनों में बिना बचाव के यौन सम्बन्ध करने से गर्भावस्था को पूरी तरह से नही रोक जा सकता ।
१०. डाउचिंग :
वजाइनल डाउचिंग एक और तरीका होता है जिसकी मदद से गर्भवती होने से बचा जा सकता है । इस प्रकिर्या में महिलाओं को एक तरल पदार्थ का उपयोग करके अपने योनि को सम्भोग के तुरंत बाद साफ करना होता है । यह योनि में स्वक्षता को बनाये रखने के लिए भी काफी मददगार होता है किन्तु कई बार यह शुक्राणु को और ज्यादा गति से गर्भाशय के अंदर धकेलता है और इस वजह से गर्भावस्था से बचने के बजाए गर्भधारण में मददगार साबित होता है ।
११. सम्भोग के तुरंत बाद पेशाब करना :
सम्भोग के तुरंत बाद पेशाब करने से गर्भवती होने की संभावनाओ को कम किया जा सकता है । पेशाब के साथ योनि के अंदर और बाहर का वीर्य निकल जाता है इसका गर्भाशय की तरफ जाने कि सम्भावनाएं कम हो जाती है। इसके अलावा पेशाब के दौरान गर्भाशय पर पड़ने वाले दबाव की वजह से सम्भोग के दौरान योनि के अंदर गया हुआ शुक्राणु भी बाहर निकल जाता है ।
१२. संयम :
अगर कुछ ऐसा है जो गर्भावस्था से बचने का १०० प्रतिशत गारंटी दे सकता है तो वो है संयम । यहां तक कि कंडोम भी ९९ प्रतिशत सुरक्षा प्रदान करता है । क्या होता है यह संयम ? यह खुद को योनि सम्भोग से रोकने की एक विधि है जिसमे यौन संतुष्टि के लिए सम्भोग के अन्य तरीकों में खुद को लिप्त किया जाता है । इसके लिए काफी ज्यादा इच्छाशक्ति की आवश्यकता होती है । इन विधियों में शुक्राणु और अंडे का बिल्कुल भी संपर्क नही हो पाता है और गर्भावस्था से पूरी तरह बचा जा सकता है ।
१३. नीम :
नीम एक प्राकृतिक गर्भ निरोधक होता है । यह गर्भाशय में शुक्राणु के गति को रोकता है और इसके अंडे से मिलने की संभावनाओ को कम करके गर्भधारण से बचाता है ।
१४. हींग :
पानी के साथ हींग के रस को पीने से आप गर्भवती होने से बच सकती हैं । कभी-कभी इसके सेवन से गर्भपात भी हो सकता है ।
१५. विटामिन सी :
यह एक आपातकालीन गर्भनिरोधक के रूप में कार्य करता है । प्रोजेस्ट्रोन हॉर्मोन गर्भाशय को फर्टीलाइज़्ड अण्डों के लिए उपयुक्त बनाता है किन्तु विटामिन सी में मौजूद अम्ल इसे ऐसा करने से रोकता है । यह जरुरी है कि आप इसका सेवन काफी ज्यादा मात्रा में करें क्योंकि कम मात्रा में इसका सेवन गर्भावस्था को रोकने में कोई मदद नहीं पहुचाता है ।
१६. अदरक की जड़ें :
अदरक को साफ कर लें और इसका कद्दूकस कर लें । इसे पानी में डाल कर ५ मिनट तक उबालें । इसे तब तक उबालें जब तक पानी आधा न हो जाएँ । इसे छान लें और गरमा गर्म पी लें । यह माहवारी के रक्स्राव को भी बढ़ा देता है इसलिए इसका काफी एहतियात के साथ सेवन करना चाहिए । असल में, अदरक काफी गरम होता है और कुछ गरम खाने पर वास्तविक रूप से गर्भावस्था को रोक जा सकता है ।
१७. पपीता :
गर्भवती महिलाओं को यह सलाह दी जाती है कि वो इस दौरान पपीता का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए । यह गर्भधारण को रोकता है और गर्भपात में भी मदद करता है । जब आप गर्भावस्था से बचना चाहती हैं तो इसका सेवन निरंतर और ज्यादा मात्रा में करना चाहिए । कुछ लोग इसे सम्भोग के तुरंत बाद खाने की सलाह देते हैं । अगर आप गर्भवती हैं तो इसका बिल्कुल भी सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह गर्भपात में सहायता करता है ।
१८. सूखा अंजीर :
अच्छे परिणाम के लिए सम्भोग के तुरंत बाद इसका सेवन करें । यह सिद्ध नहीं है पर कई लोग इसकी सलाह देते हैं ।
१९. सूखे खुबानी :
अगर आप पहले से ही गर्भवती हैं तो इसका सेवन बिल्कुल ना करें क्योंकि यह गर्भपात का कारण बन सकता है। किन्तु यह आपको गर्भवती होने से रोकने में काफी सहायक होता है ।
२० अजमोद :
यह हल्का और बिना किसी दुष्प्रभाव के लिए जाना जाता है । अच्छे परिणाम के लिए नियमित रूप से इसका सेवन सलाद और सूप के साथ प्रचुर मात्रा में करें ।
किसी चिकित्सक से सलाह लिए बगैर इनमे से किसी भी उपाय को नहीं आजमाना चाहियें । ऐसे कई सारे चीजें हैं जो आपको गर्भवती होने से बचा सकते हैं किन्तु सबसे अच्छा और प्रभावी उपाय होता है खुद पर संयम रखना। एक बार आप गर्भवती हो जाती हैं तो गर्भपात के लिए इनमे से किसी भी तरीके का प्रयोग न करें । शायद से ऐसा हो भी जाये किन्तु यह आपके जीवन के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है । गर्भवती होने के लिए अच्छी तरह से योजना बनाये । जहां तक संभव हो सके इन तरीकों के इस्तेमाल से बचें । गर्भवती होने से बचने के लिए सामान्य तरीकों को अपनाना ज्यादा सुरक्षित और प्राकृतिक होता है ।
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