महीने दर महीने बच्चे मे वृद्धि और विकास
हालाँकि प्रत्येक बच्चे एक दूसरे से अलग होते हैं और इनके विकास के कई सारे लक्षण होते हैं, बच्चों के विकास के प्रगति को रिकॉर्ड करने के लिए उसके जन्म का हफ्ता बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। चाहे किसी भी प्रक्रिया की मदद से जब बच्चा पेट से बाहर आता है तो शुरू से ही वो रोना शुरू कर देता है । यह नवजात बच्चे का पहला संकेत होता है जिसमे वो हर किसी से कह रहा होता है की वह स्वस्थ है।
इसके बाद प्रत्येक दिन नवजात की प्रगति के लिए एक नया दिन होता है । आपको यह पता भी नही होता कि कब नवजात शिशु अपने हाथ पैर हिलाकर, मुस्कुराकर या फिर हँसकर आपको आश्चर्यचकित कर दें ।
हर बच्चों मे विकास विभिन्न तरह से होता है किन्तु अगर आपका बच्चा पूरी अवधि वाला शिशु नही है मतलब यह ३९-४० हफ़्तें से पहले पैदा हुआ है तो उसके शरीर मे विकास के लक्षण पूर्ण अवधि मे पैदा हुए बच्चों की तुलना मे देरी से दीखते है ।
उनकी विकास गति धीमी होती है पर इसका मतलब यह नही है कि वे अन्य बच्चों से मुकाबला करने मे सक्षम नही होते । बात सिर्फ इतनी सी है कि इनका विकास थोड़ी देर से शुरू होता है । उदाहरण के लिए अगर बच्चे ६ महीने के बाद रेंगना शुरू कर देते हैं तो समय से पहले पैदा हुए बच्चे ८ म हीने मे या फिर इससे थोड़ा पहले या बाद मे शुरू करते हैं।
आपके बच्चे का पहला वर्ष बहुत ही महत्वपूर्ण होता है । हर नया हफ्ता बच्चे के विकास के चार्ट मे कुछ नया जोड़ता है । आपको उसके हर प्रगति को रिकॉर्ड करना चाहिए और अगर आपको कुछ भी असामान्य लगे या फिर उचित तरीकों के अनुसार ना हो तो आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए । अब हम एक बच्चे के विकास के चरणों के बारे मे जानकारी लेते हैं।
पहला महीना :
महीने के पहले हफ्ते से नवजात शिशु अपने माँ को पहचानने मे सक्षम हो जाती है । माँ की आवाज, जिसकी पहचान बच्चे को पहले से होती है उसे नयी दुनिया मे बिना किसी परेशानी से आने मे स्वागत करती है । दूसरे हफ्ते तक शिशु अपने आँखों को खोल कर चेहरों पर ध्यान क्रेंदित करना शुरू कर देती है। आप इसे बच्चे को खाना खिलाते वक्त अपने सर को हिला कर महसूस कर सकती हैं।
तीसरा हफ्ता जुड़ने का समय होता है और नवजात शिशु इस समय से अपने आसन को संतुलित करके शरीर को नियंत्रित करना शुरू कर देती है। चौथे हफ्ते तक आप बच्चे को अपने स्वरतन्त्री का उपयोग करके “आह” या “कु ” जैसी आवाजें निकाल कर आपका ध्यान आकर्षित करते हुए देखेंगी।
बच्चे हमेशा दूसरों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करना चाहते हैं और उन्हें पता होता है कि यह कैसे करना है। पहले महीने के अंत तक आपके बच्चे का वजन 3.४ – ५.७ किलो और लंबाई लगभग ५१.१ – ५८.४ सेमी होनी चाहिए ।
दूसरा महीना :
यह महीना आपके बच्चे के सिखने का चरण होता है और उसे इसके लिए माता-पिता के पूर्ण समर्थन की जरुरत होती है । आपके शिशु द्वारा बिना वजह की इधर उधर की गतिविधियां अब कम देखने को मिलती है क्योंकि अब हर गतिविधि ज्यादा अच्छे और उद्देश्यपूर्ण हो जाते हैं । जब भी आप अपने बच्चे को कोई भी नई गतिविधि सिखाते हैं तो उस वक्त उसके सिर को अच्छे से संभालना जरुरी होता है ।
आप उसे एक सुंदर मुस्कान के लिए अपने होठों को फैलाते हुए देखकर हैरान हो जाएंगी । वापस प्रक्रिया देने से आपका बच्चा और भी ज्यादा मुस्कुराने के लिए प्रोत्साहित होता है । यह महीना उसके चेतना मे विकास के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है । वह अब विभिन्न तरह के आवाज को समझने लगती हैं और इनसे कुछ समय के लिए मनोरंजित भी होते है । इस महीने के अंत तक आप उसके गर्दन के मासपेशियों मे थोड़ी मजबूती महसूस करने लगते हैं ।
अगर बच्चे को कुछ समय तक पेट के बल लिटा दिया जाये तो वह अपने सर को हल्का सा उठाने की कोशिश करेगी पर यह याद रखें कि उसकी गर्दन अभी भी कमजोर ही है । इस महीने के अंत तक बच्चे का वजन ४.४ – ७.० और लंबाई लगभग ५४.७ – ६२.२ तक होती है ।
तीसरा महीना :
आपका शिशु बड़ा हो रहा है और उसके चेतना मे तेजी से विकास हो रहा है। इस महीने तक वो आवाजों की तरफ आकर्षित होने लगती है और आपकी बातों से मोहित भी होने लगती है । जो भी शब्द आप बोलते हैं वो उसके खुद के सिखने वाले शब्दकोश मे जुड़ जाते हैं । वह आपकी उपस्थिति का वैसा ही आनंद उठाता है जैसा आप उसकी उपस्थिति से ।
आपका नवजात शिशु कम सोयेगा क्योंकि उसे नए दुनिया से बातचीत करने मे ज्यादा दिलचस्पी होती है । महीने के अंत तक उसमे उँगलियों के बीच के अंतर को समझने का कौशल विकसित हो चूका होगा । वह उँगलियों को घूरती है और इन्हें अपने मुँह मे डाल कर चखने की कोशिश भी करती है। अब उसका वजन ५.१ – ७.९ किलो और लंबाई लगभग ५७.६ – ६५.३ सेमी होनी चाहिए ।
चौथा महीना :
आपका बच्चा चमकते हुए वस्तुओं की तरफ आकर्षित होने लगेगा और उन्हें अपने मुह मे डालने का प्रयत्न करेगा। इस महीने मे आँखों और हाथों के कौशल मे विकास होता है । आपको और अधिक सचेत रहने की आवश्यकता होती है क्योंकि अब आप अपने बच्चे को कही भी अकेले नही छोड़ सकते हैं । अब आप यह देख कर चकित हो जाएंगे कि आपका शिशु अपने पीठ की तरफ लुढ़क सकता है ।
आप अपने बच्चे को पेट के बल लिटा सकती हैं और उसे अपने हाथों और पैरों को हवा मे हिला कर विरोध करते हुए देख सकती हैं । आप उसके हँसने की आवाज भी सुन सकती हैं जो आपको अवश्य उत्तेजित कर देगा । उसका वजन अब तक ५.६ – ८.६ किलो और लंबाई लगभग ६०.० – ६७.८ सेमी होनी चाहिए ।
पांचवा महीना :
अब तक आपको इस बात का एहसास जरूर हो गया होगा कि आपका नवजात शिशु अब एक अभी-अभी पैदा हुआ बच्चा नही रह गया है । उसके जन्म के समय से अब आप एक लंबा सफर तय कर चुके हैं । अब वह घर की सबसे चहेती मनोरंजक बन चुकी है जो किसी के भी चेहरे पर मुस्कुराहट ला सकती है । अब वह खुद से अकेले मे खेलना और आपको पहचानना सिख चुकी है ।
अब उसकी दृष्टि और अनुभव मे काफी ज्यादा विकास हो चूका है और वह अपने हाथों और आँखों का ज्यादा उपयोग कर आनंदित होती है । वह अपने प्रतिबिम्ब को पहचानती है और दर्पण मे खुद को देख कर मुस्कुराती है। इस महीने के अंत तक आपके बच्चे का वजन ६.१ – ९.२ किलो और लंबाई लगभग ६१.९ – ६९.१ होना चाहिए।
छठा महीना :
अब शिशु का अपने शरीर के ऊपरी हिस्सों पर पूर्ण नियंत्रण है । अब आप उसे घर मे चारो तरफ धीरे धीरे लुढ़कते हुए और अपने गर्दन को बिना ज्यादा दिक्कत के उठाते हुए देख सकते हैं । अब वह “नही” “बाय” जैसे हमेशा बोले जाने वाले शब्दो को पहचानना शुरू कर देती है ।
अगर आप उसे हर सुबह एक ही तरह के शब्दों से संबोधित करते हैं तो वह भी बोलना सिखने के बाद इसका उपयोग करने लगेगी । उसका दिमाग बहुत तेजी से विकास कर रहा होता है और वह आसानी से चीजों को सिखने लगती है । अगर इस महीने मे आप उसके शरीर का वजन करें तो उसकी वजन ६.४ – ९.७ किलो और लंबाई ६३.६ – ७१.६ सेमी के लगभग होनी चाहिए ।
सातवां महीना :
इस महीने कुछ बच्चें बैठना सिख जाते हैं और कुछ बच्चों को सहायता की जरुरत हो सकती है । बच्चें बहुत तेजी से बढ़ते हैं और उनके विकास को अच्छी तरह देखा जा सकता है । चूकि आपके बच्चे ने एक साल का होने के लिए आधा रास्ता को तय कर दिया है तो वह अब अपने हाथों और पैरों की सहायता से विभिन्न गतिविधियां कर सकता है ।
वस्तुओं को कस कर पकड़ना, हाथों से चीजों को दूर हटाना, कुछ खिलौनों को हाथ मे पकड़ कर सतह पर जोर से फेकना ताकि उनसे आवाज आ सके, जैसी कार्यों को करना अब उसके लिए समय बिताने का मनपसन्द तरीका बन जाता है । साइकिल चलाना भी अब उसका एक मनोरंजक खेल है । आपके बच्चे का वजन इस महीने के अंत तक लगभग ६.७ – १०.२ किलो और लंबाई ६५.१ – ७३.२ सेमी तक होनी चाहिए ।
आठवां महीना :
इस महीने तक आपका बच्चा रेंगना आरम्भ कर चूका होगा या फिर आरम्भ कर देगा । पहला दाँत के आने की वजह से उसे लघुशंका और दीर्घशंका बार बार जाना पड़ता है । कुछ बच्चों के सातवें महीने मे ही दूध का दाँत निकल जाता है । दाँत निकलने की प्रक्रिया थोड़ी तकलीफदायक होती है जिसकी वजह से इस उम्र मे बच्चे मसूड़ों मे खुजली का अनुभव करते हैं जो उन्हें परेशान करता है ।
वह जिस तरह से भी विकास करेगी, वह आपके द्वारा दिए गए शिक्षा पर निर्भर करता है । इस महीने मे एक स्वस्थ बच्चे का वजन ७.० – १०.५ किलो और लंबाई ६६.५ – ७४.७ सेमी होनी चाहिए ।
नौवां महीना :
आप अपने छोटे को आदेश देकर नियंत्रित करने का प्रयत्न करेंगी पर उसके दिमाग मे उसकी खुद की योजनाएं होंगी । वह किसी वस्तु की सहायता से खुद को खिंचेगी । इसके लिए आपको हमेशा उपलब्ध होकर उसकी सहायता करने की आवश्यकता है । खिलौनों को रखने से भी आपके बच्चे के मनोरंजन मे सहायता मिल सकती है । किताबों को पढ़ने से, आपके बच्चे के नए शब्दों को सिखने की चाह और भाषा को समझने मे सहायता मिलता है ।
आपके बच्चे द्वारा रात को खाने का इंतजार करते वक्त बर्तनों पर चम्मच से पिटाई की आवाज, आपको आनंदित करने लगेगी । इस महीने तक आपके बच्चे की वजन लगभग ७.२ – १०.९ किलो और लंबाई ६७.७ – ७७.२ सेमी हो जानी चाहिए ।
दसवां महीना :
इस महीने सुरक्षा की जरूरत होती है । कोई भी खतरनाक और बहुमूल्य सामान को आपके बच्चे के पहुँच से दूर रखनी चाहिए । वह अब तक बहुत ही बुद्धिमान हो गयी होगी तो आप कुछ भी करने से पहले सतर्क हो जाएँ । जिस जगह पर वह रहती है उस जगह को जानने की इक्षा कभी खतरा भी पैदा कर सकती है इसलिए शौचालय का दरवाजा हमेशा बंद ही रखें। नये चीजों को सिखने के लिए वह हमेशा आपका अनुसरण करने लगती है ।
रसोई मे किसी भी नुकीले सामान को छुपा देना चाहिए । जब भी आपका बच्चा अकेले खेल रहा हो तो उस पर नजर रखनी चाहिए । इस अवधि मे उसके मनोरंजक कार्यों मे बालों को झाड़ना और दांतों पर ब्रश करना शामिल हो जाता है । इस महीने के अंत तक उसकी वजन लगभग ७.५ – ११.२ किलो और लंबाई ६९.० – ७७.६ सेमी तक हो सकती है ।
ग्यारहवां महीना :
तस्वीरों को देखने से और एक ही शब्दों को बार बार सुनने से आपके बच्चे के कान को राहत पहुचता है और आसानी से नींद आने मे मदद मिलती है । वह अपने आत्मसम्मान को विकसित कर रही है और आपको उसे ऐसा करने मे मदद करने की जरुरत है । घर मे चारों तरफ दौड़ने से आप थक जाते हैं पर उसके लिए अभी यह सबसे अच्छा खेल है । अब तक वह खोये हुए वस्तुओं को खोजने की क्षमता विकसित कर चुकी है और वह अपने किताबों और खिलौनों को भी पहचानती है ।
अपने बच्चे को थोड़ी देर के लिए भी अपनी आँखों से ओझल करने का बहुत ज्यादा भुगतान करना पड़ सकता है । उसके अंदर एक अच्छा इंसान विकसित करने के लिए उसे अच्छे व्यवहार और लोगों से अच्छी तरह से मिलना जुलना सिखाना चाहिए । इस महीने के अंत तक आपके बच्चे का वजन लगभग ७.४ – ११.५ किलो और लंबाई ७०.२ – ७८.९ सेमी हो जाती है ।
ऊपर दी हुई जानकारियों को ३ से ९७ प्रतिशतक पर आकलन करके प्राप्त किया गया है, और यह उन बच्चों पर लागू नही होता जो किसी स्वास्थ्य समस्या के साथ पैदा हुए हैं । नवजात लड़कों और लड़कियों के लिए एक ही महीने के दौरान अलग-अलग वजन और लंबाई होते हैं । पर्यावरण, आनुवंशिकता, माता पिता का बच्चे के शिक्षण मे प्रयास, परिवार की शिक्षा के स्तर, आदि भी बच्चे के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।
जब पैदा होता है तो आपका छोटा सा बच्चा एक खाली किताब की तरह होता है, जो कुछ भी आप बोलते हैं, सिखाते हैं और करते हैं, वो सारे इस पर लिख जाता है, इसलिए हमेशा इस बात का ध्यान दें कि आप अपने बच्चे को किस तरह का इंसान बनाना चाहती हैं ।
कोई टिप्पणी नहीं: