कहानी: अपनापन जनवरी 26, 2025एक अनजान डर चैताली को भीतर से खाए जा रहा था. वह आशंकित थी कहीं शादी के बाद उस की इच्छाएं न खत्म हो जाएं, कहीं उसे ससुराल से अपनापन ही न मिले...
कहानी: वसीयत जनवरी 25, 2025सोम काफी समय के बाद अपने गांव गया था. वहां नई चाची को देख कर उसे शक हुआ कि यह औरत जायदाद के लालच में इस घर में आई है. वह परेशान हो उठा. पर क...
कहानी: समय के साथ जनवरी 06, 2025शहर में गए चपरासी रामलाल की शानोशौकत देख गांव के चपरासी भोलाराम ने अपनी दोनों बेटियों को उस के साथ शहर भेज दिया.क्या हुआ उन के साथ रामलाल की...
कहानी: निकम्मा बाप जनवरी 06, 2025जसदेव जब भी अपने गांव के बाकी दोस्तों को दूसरे शहर में जा कर नौकरी कर के ज्यादा पैसे कमाते हुए देखता तो उस के मन में भी ऐसा करने की इच्छा हो...
कहानी: नसबंदी जनवरी 03, 2025साल 1976 की बात रही होगी, उन दिनों मैं मैडिकल कालेज अस्पताल के सर्जरी विभाग में सीनियर रैजिडैंट के पद पर काम कर रहा था. देश में इमर्जैंसी का...
कहानी: सोनिया जनवरी 02, 2025सोनिया तब बच्ची थी. छोटी सी मासूम. प्यारी, गोलगोल सी आंखें थीं उस की. वह बंगाली बाबू की बड़ी बेटी थी. जितनी प्यारी थी वह, उस से भी कहीं मीठी...