नीम के इन फायदों को पढ़कर आज ही इसे इस्तेमाल करने का विचार बना लेंगे आप


नीम के फायदे 
नीम सदियों से गुणों की खान माना जाता है। नीम का प्रयोग संख्य कार्यों के लिए होता है। बैक्टीरिया नाशक, कीटाणुनाशक और अन्य कई गुणों से भरपूर नीम का प्रयोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, त्वचा रोगों, ऊर्वरक के तौर पर और दांत से संबंधित बीमारियों से इलाज के लिए किया जाता है। 

नीम ट्री के बेनिफिट्स
अगर आप सभी तक इसके सभी उपयोगों से पूरी तरह वाकिफ नहीं हैं तो आइयें आपको आज हम बताते हैं कि किस प्रकार नीम का पेड़ आपके जीवन में मिठास घोल सकता है। 

जीवनदायिनी नीम का पेड़
नीम के पेड़ को जीवनदायिनी माना जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि नीम का पेड़ हवा को शुद्ध करने के साथ अन्य पेड़ों की तुलना में अधिक ऑक्सीजन पैदा करता है। प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने में यह नीम के पौधे का सबसे अहम योगदान होता है।

नीम की छाल
नीम के पेड़ का हर अंग किसी ना किसी तरह से उपयोग में लाया जा सकता है। अब नीम की छाल को ही ले लीजिएं। नीम की छाल में ऐंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जिस कारण से चर्म रोग या घाव आदि होने पर इसका लेप लगाने से काफी फायदा होता है। इसकी छाल से बेहतरीन किस्म की खाद भी बनती है। नीम की छाल का प्रयोग आयुर्वेद में मलेरिया की दवा के लिए किया जाता है। 

नीम का दातुन
भारत में बरसों से लोग नीम के दातुन का प्रयोग करते आ रहे हैं। नीम का दातुन ना केवल दांतों और मसूडों को साफ करता है बल्कि यह मुंह में मौजुद कीटाणुओं को भी मार कर मुंह के दुर्गंध से राहत देता है। नीम के दातुन से निकलने वाले रस से पेट के कीटाणु भी समाप्त होते हैं। 

नीम की पत्तियां
पेट के कीड़ों और मधुमेह के रोगी इसे धोकर चबा सकते हैं। त्वचा संबंधी रोगों में इसे पानी में उबालकर नहाने से लाभ होता है। घाव या किसी जहरीले कीड़े के काटने पर इसे पीसकर प्रभावित स्थान पर लगान फायदेमंद होता है। इसका पेस्ट एक सौंदर्यवर्धक औषधी भी होती है जो चेहरे की कील-मुहांसों को समाप्त कर देती है। 

किटाणुनाशक नीम

नीम की पत्तियों में किटाणुनाशक गुण भी होते हैं जिन्हें घर के दरवाजे पर लगाने से मच्छर या किटाणु घर से दूर रहते हैं। अगर घर के आसपास मच्छर अधिक हों तो नीम की पत्तियों को जलाने से लाभ भी होता है। 

आयुर्वेद के अनुसार नीम

नीम की पत्तियां शरीर में वात का संतुलन बनाएं रखती हैं। यह रक्त को शुद्ध करता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले नुकसान कम कर देते हैं। नाम की पत्तियों को गर्म पानी में उबालकर नहाने से बालों से डैंड्रफ भी खत्म होता है। बालों से जुएं खत्म करने के लिए इसका पेस्ट या पावडर भी इस्तेमाल किया जाता है। 

एंटी-ऑक्सीडेंट नीम

आपको जानकर हैरानी होगी कि नीम की पत्तियों को चबाने से आपका पाचन और इम्यूनिटी क्षमता भी मजबूत होती है। नीम के पत्तों में लियोम्नोइड्स नामक तत्व होता है जो कैंसर के खतरे को भी कम करने में सक्षम होता है। 

गर्भवती महिलाओं ना करें इसका सेवन

लेकिन याद रखें कि नीम का सेवन गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर काफी गर्म होती है और यह अत्यधिक उलटी का कारण बन सकता है।

नीम की छाल

नीम इतना फायदेमंद पौधा है कि इसकी छाल भी कई गुणों से भरपूर होती है। नीम की छाल को आप खाद के रूप में या दातुन के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं। इसका लेप लगाने से त्वचा संबंधी कई समस्याओं का समाधान होता है।

नीम के तेल का प्रयोग

नीम का तेल निबौंरी से निकाला जाता है। नीम का तेल डैंड्रफ, एक्जिमा, दाद, दोमुंहे बालों को सीधा करने, मुंहासे, फंगल इंफेक्शन, झुर्रियों को दूर करने में सहायक होता है। और यही नहीं नीम का फल और इसकी जड़ का भी प्रयोग आप कई समस्याओं में घरेलू उपायों के तौर पर कर सकते हैं। यह तो नीम के पेड़ के कुछ बेहद थोड़े से इस्तेमाल हैं।

नीम की जड़

एक समय में भारत के हर हिस्से में नीम के बहुतेरे पेड़ मिलते थे लेकिन यह अफसोस का विषय है कि आज नीम का पेड़ खोजने से ही मिल पाता है। आइये इस अतिगुणकारी पेड़ की संख्या बढ़ाने की दिशा में एक कदम बढ़ाएं और अपने घर से आसपास अके खुले मैदान, पार्क या गार्डन में एक नीम का पेड़ अवश्य लगाएं।

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